नई दिल्ली (मानवी मीडिया): बिहार में एक दर्दनाक वाक्या सामने आया है जहां एक छोटी सी मासूम बच्ची ने अपने पिता को खो दिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 8 वर्षीय मासूम बेटी हर दिन की तरह अपने पापा को जगा रही थी। कभी पेट पकड़कर भूख का बहना बनाती तो कभी कुछ और बात कहकर पापा को जगाने का प्रयास करती रही, लेकिन वह नहीं उठा। उसे नहीं पता था कि उसके पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं।जानकारी के अनुसार, किसी रिश्तेदार ने जब वीडियो कॉल की तो तब जाकर बच्ची के पिता की मौत होने की सूचना मिली। 8 साल की मासूम ने गुरुवार को होटल पाटलिपुत्र अशोक में कोरोना की जांच कराने के दौरान रो-रोकर जब यह कहानी सुनाई तो डॉक्टरों की आंख भी नम हो गईं। मासूम 16 घंटे तक अपने पिता को किसी न किसी बहाने से जगाती रही, लेकिन पिता मौत की नींद सो चुके थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, हिलसा के रहने वाले प्रभात कुमार (45 वर्ष) पटना के पूर्वी राम कृष्णा नगर के मधुबन कालोनी रोड नम्बर 5 के NTPC निवासी मनोहर कुमार के घर में किराए पर पांचवीं मंजिल पर कमरा लेकर रहते थे। प्रभात पटना के राजा मार्केट में गोस्वामी नाम के एक व्यक्ति के साथ हार्डवेयर की दुकान करते थे। मोहल्ले के लोगों के मुताबिक, प्रभात कुमार का उनकी पत्नी से सम्बन्ध ठीक नहीं थे। डिवोर्स के लिए भी मामला चल रहा था। प्रभात की एक 8 साल की बेटी है, जिसका नाम राधा रानी है, वह बेटी के साथ ही पटना में रहते थे।प्रभात कुमार के मकान मालिक मनोहर के मुताबिक, कई दिनों से प्रभात की तबियत खराब चल रही थी। सर्दी-खांसी और बुखार होने के बावजूद जांच नहीं कराई थी। प्राइवेट से किसी डॉक्टर से दवा ले रहे थे, लेकिन उनका कोई असर नहीं हुआ। उनका शरीर बहुत कमजोर हो गया था। मकान मालिक मनोहर ने बताया कि वह डायबिटिक पेशेंट भी थे। गुरुवार को होटल पाटलिपुत्र अशोक में कोरोना की जांच कराने गई बेटी राधा रानी की कोरोना जांच की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। हालांकि मोहल्ले वाले दावा कर रहे हैं कि राधा के पिता को सभी लक्षण कोराना के ही थे और इसी वजह से उनकी मौत भी हुई है