पोलियो मुक्त रखने के लिए पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की खुराक अवश्य पिलायें। -जय प्रताप सिंह - मानवी मीडिया

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Sunday, January 31, 2021

पोलियो मुक्त रखने के लिए पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की खुराक अवश्य पिलायें। -जय प्रताप सिंह

चिकित्सा एवं स्वास्थय  मंत्री जय प्रताप सिंह ने जनपद सिद्धार्थ नगर में बांसी के प्राथमिक स्वास्थय केंद्र एकड़ेगवा पर बच्चों को पोलियो प्रतिरक्षण की खुराक पिलाई


    लखनऊ: (मानवी मीडिया)  आज 31 जनवरी 2021 को प्रदेश व्यापी  सघन पल्स पोलियो अभियान के शुभारम्भ के साथ चिकित्सा,स्वास्थय एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह ने जनपद सिद्धार्थ नगर में बांसी स्थित प्राथमिक स्वास्थय केंद्र एकड़ेगवा पर बच्चों को पोलियो प्रतिरक्षण की खुराक पिलाई।  इस अवसर पर उन्होंने कहा की आज से पूरे प्रदेश में पल्स पोलियो अभियान प्रारम्भ हो रहा है। विश्व में पोलियो की मौजूदगी और पड़ोसी देशों में इसके संक्रमण को देखते हुए प्रदेश के सभी जिलों में सघन पल्स पोलियो अभियान चलाया जा रहा है ।


उन्होंने कहा की हमारे प्रदेश के सब बच्चे स्वस्थ रहकर अपना विकास कर सकें इसलिए इस अभियान में नवजात शिशुओं से लेकर 05 वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। इसके लिए पूरे प्रदेश में 01 लाख 10 हज़ार बूथ बनाये गए हैं। इसके अलावा घर-घर जाकर भी बच्चों को इसकी खुराक पिलाई जाएगी।

स्वास्थय मंत्री ने इस अवसर पर  सबसे अपील की है कि अपने नवजात बच्चों और 05 वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो से बचाव की खुराक के 02 बूँद अवश्य पिलवायें , जिससे आपके बच्चे और हमारा प्रदेश पोलियो मुक्त बना रहे।


ज्ञात हो  कि प्रदेश में इस बार 03 करोड़ 40 लाख बच्चों को पोलियो प्रतिरक्षण की खुराक पिलाने का लक्ष्य है। इसके लिए पुरे प्रदेश में 01 लाख 10 हजार बूथ बनाये गए हैं। 69 हजार टीमें ऐसी हैं जो घर-घर जाकर बच्चों को खुराक पिलायेंगी। मोबाइल टीमों की संख्या 1700 है ,जबकि ट्रांजिट टीमें 65000 और सुपरवाइजर्स 23000 हैं।

  बताते चलें की उत्तर प्रदेश पिछले 10 वर्ष 09 महीने से पोलियो मुक्त स्थिति को सफलतापूर्वक बनाये हुए है। प्रदेश में पोलियो का अंतिम मामला 21अप्रैल 2010 को  फिरोजाबाद जिले में पाया गया था।  ये बीमारी जब तक पूरे विश्व से पूरी तरह ख़त्म नहीं हो जाती , इसके लिए निरंतर प्रयास करते रहने की आवश्यकता को समझा गया है। इसको देखते हुए प्रदेश में पोलियो प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों और घुमन्तु परिवार और मज़दूरों के परिवारों को भी पोलियो की वैक्सीन से प्रतिरक्षित किया जाता है।


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