सरदार पटेल ने अपनी सूझ-बूझ और दृढ़इच्छा शक्ति के बल पर 562 देशी रियासतों को एकता के सूत्र में बांधकर भारत गणराज्य की रूपरेखा प्रस्तुत की - मानवी मीडिया

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Saturday, October 31, 2020

सरदार पटेल ने अपनी सूझ-बूझ और दृढ़इच्छा शक्ति के बल पर 562 देशी रियासतों को एकता के सूत्र में बांधकर भारत गणराज्य की रूपरेखा प्रस्तुत की

उ0प्र0 की राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री ने पूर्व उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती के

अवसर पर हजरतगंज, लखनऊ स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी

 

उपस्थित लोगों को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलायी गई 

 

इस अवसर पर ‘पटेल स्मारिका-2020’ का विमोचन 

 

सरदार पटेल कर्मठता, राष्ट्रीयता और देश भक्ति के उत्तम उदाहरण है: राज्यपाल

 

प्रधानमंत्री ने गुजरात में सरदार सरोवर बांध पर सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा स्थापित की है, यह केवल एक

प्रतिमा मात्र नहीं है, बल्कि एक बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है, इसके माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है

 

सरदार पटेल ने अपना पूरा जीवन भारत माता की एकता और अखण्डता के लिए समर्पित किया: मुख्यमंत्री

 

सरदार पटेल ने अपनी सूझ-बूझ और दृढ़इच्छा शक्ति के बल पर 562 देशी रियासतों को एकता के सूत्र में बांधकर वर्तमान भारत गणराज्य की रूपरेखा प्रस्तुत की

 

प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  की प्रेरणा से सरदार पटेल की जयन्ती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है 

भारत और भारतीय संस्कृति के प्रति सरदार पटेल केयोगदान को सदैव याद किया जाएगा


लखनऊ(मानवी मीडिया) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल  आनंदीबेन पटेल तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने आज पूर्व उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की  जयन्ती के अवसर पर यहां हजरतगंज स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलायी गई। कार्यक्रम में ‘पटेल स्मारिका-2020’ का विमोचन भी सम्पन्न हुआ। राज्यपाल आनंदी पटेल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरदार पटेल कर्मठता, राष्ट्रीयता और देश भक्ति के उत्तम उदाहरण हैं। खेड़ा और वारदोली सत्याग्रह के माध्यम से उन्होंने राष्ट्रीय एकता की अलख जलाने का कार्य किया। गांधी जी कहते थे कि यदि सरदार पटेल न होते, तो आजादी मिलने में 10 वर्ष और लगते।



राज्यपाल जी ने कहा कि भारत की एकता और अखण्डता के लिए लौह पुरुष सरदार पटेल के योगदान पर उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए प्रधानमंत्री  ने गुजरात में सरदार सरोवर बांध पर सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा स्थापित की है, जो दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। यह केवल एक प्रतिमा मात्र नहीं है, बल्कि एक बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है। इसके माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है। 

मुख्यमंत्री  ने भारत माता के महान सपूत और भारतीय गणराज्य की एकता के सूत्रधार लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन करते हुए कहा कि उन्होंने एक सामान्य किसान परिवार में जन्म लिया था। भारत माता के प्रति श्रद्धा और आस्था के कारण उन्होंने अपना पूरा जीवन भारत माता की एकता और अखण्डता के लिए समर्पित किया। 

मुख्यमंत्री  ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता के समय ब्रिटिश सरकार की नीति थी कि वो भारत को अलग-अलग टुकड़ों में बांटकर हजारों वर्षों से चले आ रहे सनातन राष्ट्र को छिन्न-भिन्न कर दे। उस कुत्सित मंशा को समय रहते सरदार पटेल ने भांप लिया और अपनी सूझ-बूझ और दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर 562 देशी रियासतों को एकता के सूत्र में बांधकर वर्तमान भारत गणराज्य की रूपरेखा प्रस्तुत की। 

मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  की प्रेरणा से सरदार पटेल की जयन्ती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत और भारतीय संस्कृति के प्रति उनके द्वारा किए गए योगदान को सदैव याद किया जाएगा। भारत के महान मन्दिरों सोमनाथ आदि की पुनस्र्थापना के कार्य में सरदार पटेल ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। वर्तमान में प्रधानमंत्री जी ने अयोध्या में प्रभु  राम के भव्य मन्दिर के निर्माण कार्य का शुभारम्भ किया है। इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य  स्वतंत्रदेव सिंह, विधायक  शशांक वर्मा, मुख्य सचिव  आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना  नवनीत सहगल, सूचना निदेशक  शिशिर सहित अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

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