कोरोना काल में अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका, टूटा रिकॉर्ड- न्यूनतम स्तर पर पहुंचा GDP,**************** सोमवार 31 अगस्त 2020 | नई दिल्ली (मानवी मीडिया): कोरोना वायरस संक्रमण से निटपने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लगा है। इसने 40 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 23.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा आज यहां जारी जीडीपी के तिमाही आंकड़ों के अनुसार पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह दर 5.2 प्रतिशत रही थी। लॉकडाउन के कारण देश में आर्थिक गतिविधियां पूरी तरह से बंद हो गई थी। मार्च के अंतिम सप्ताह से लेकर मई मध्य तक पूरे देश में पूर्ण बंदी रही थी। इसके बाद सरकार ने चरणबद्ध तरीके से सामाजिक दूरी के मानदंडों का पालन करते हुये विनिर्माण सहित विभिन्न गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति दी थी और अब तक सभी क्षेत्र काेरोना से पहले की स्थिति में काम नहीं कर रहे हैं।आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की जीडीपी 2689556 करोड़ रुपये रहा है जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के 3535267 कराेड़ रुपये की तुलना में 23.9 प्रतिशत कम है। इस तरह से देश के जीडीपी की वृद्धि दर शून्य से 23.9 प्रतिशत नीचे रही है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में उर्वरक को छोड़कर अन्य सातों क्षेत्रों कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, इस्पात, सीमेंट तथा बिजली क्षेत्र के उत्पादन में गिरावट आई है। वहीं इस्पात का उत्पादन 16.5 प्रतिशत, रिफाइनरी उत्पादों का 13.9 प्रतिशत, सीमेंट का 13.5 प्रतिशत, प्राकृतिक गैस का 10.2 प्रतिशत, कोयले का 5.7 प्रतिशत, कच्चे तेल का 4.9 प्रतिशत और बिजली का 2.3 प्रतिशत नीचे आया. वहीं दूसरी ओर जुलाई में उर्वरक का उत्पादन 6.9 प्रतिशत बढ़ा. जुलाई, 2019 में उर्वरक उत्पादन 1.5 प्रतिशत बढ़ा। हालांकि अलग-अलग रेटिंग एजेंसियों और इंडस्ट्री के जानकारों ने पहली तिमाही में जीडीपी में गिरावट आने के अनुमान लगा लिए थे। इसकी वजह कोरोना वायरस महामारी और ‘लॉकडाउन’ बताया गया। देश में सकल घरेलू बताया गया है कि उत्पाद में बेतहाशा कमी आई है और रोजगार के आंकड़ों में भी बड़ी गिरावट है। - मानवी मीडिया

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Monday, August 31, 2020

कोरोना काल में अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका, टूटा रिकॉर्ड- न्यूनतम स्तर पर पहुंचा GDP,**************** सोमवार 31 अगस्त 2020 | नई दिल्ली (मानवी मीडिया): कोरोना वायरस संक्रमण से निटपने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लगा है। इसने 40 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 23.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा आज यहां जारी जीडीपी के तिमाही आंकड़ों के अनुसार पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह दर 5.2 प्रतिशत रही थी। लॉकडाउन के कारण देश में आर्थिक गतिविधियां पूरी तरह से बंद हो गई थी। मार्च के अंतिम सप्ताह से लेकर मई मध्य तक पूरे देश में पूर्ण बंदी रही थी। इसके बाद सरकार ने चरणबद्ध तरीके से सामाजिक दूरी के मानदंडों का पालन करते हुये विनिर्माण सहित विभिन्न गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति दी थी और अब तक सभी क्षेत्र काेरोना से पहले की स्थिति में काम नहीं कर रहे हैं।आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की जीडीपी 2689556 करोड़ रुपये रहा है जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के 3535267 कराेड़ रुपये की तुलना में 23.9 प्रतिशत कम है। इस तरह से देश के जीडीपी की वृद्धि दर शून्य से 23.9 प्रतिशत नीचे रही है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में उर्वरक को छोड़कर अन्य सातों क्षेत्रों कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, इस्पात, सीमेंट तथा बिजली क्षेत्र के उत्पादन में गिरावट आई है। वहीं इस्पात का उत्पादन 16.5 प्रतिशत, रिफाइनरी उत्पादों का 13.9 प्रतिशत, सीमेंट का 13.5 प्रतिशत, प्राकृतिक गैस का 10.2 प्रतिशत, कोयले का 5.7 प्रतिशत, कच्चे तेल का 4.9 प्रतिशत और बिजली का 2.3 प्रतिशत नीचे आया. वहीं दूसरी ओर जुलाई में उर्वरक का उत्पादन 6.9 प्रतिशत बढ़ा. जुलाई, 2019 में उर्वरक उत्पादन 1.5 प्रतिशत बढ़ा। हालांकि अलग-अलग रेटिंग एजेंसियों और इंडस्ट्री के जानकारों ने पहली तिमाही में जीडीपी में गिरावट आने के अनुमान लगा लिए थे। इसकी वजह कोरोना वायरस महामारी और ‘लॉकडाउन’ बताया गया। देश में सकल घरेलू बताया गया है कि उत्पाद में बेतहाशा कमी आई है और रोजगार के आंकड़ों में भी बड़ी गिरावट है।


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