बॉलीवुड की कुमकुम नहीं रही, 100 से ज्यादा फिल्मों में दिखाया एक्टिंग का जलवा ************************* मंगलवार 28 जुलाई, 2020 | मुंबई (मानवी मीडिया)-बॉलीवुड अभिनेत्री कुमकुम का मंगलवार को निधन हो गया। वह 86 वर्ष की थीं। कुममुम काफी लंबे समय से बीमार थीं। अभिनेत्री कुमकुम ने मुंबई के बांद्रा स्थित अपने घर पर अंतिम सांस ली। 22 अप्रैल 1934 को बिहार के शेखपुरा में जन्मीं कुमकुम का असली नाम ज़ैबुनिस्सा था। उनके पिता हुसैनाबाद के नवाब थे। कुमकुम ने पहली भोजपुरी फिल्म “गंगा मैया तोहे पियरी चढ़ईबो” (1963) में भी अभिनय किया था। कुमकुम, फिल्मकार गुरुदत्त की खोज मानी जाती हैं। गुरुदत्त को अपनी फिल्म आर-पार (1954) के गाने “कभी आर कभी पार लागा तीरे नजर” का फिल्मांकन अभिनेता जगदीप पर करना था लेकिन बाद में गुरुदत्त को लगा कि इसे किसी महिला पर फिल्माना चाहिए। उस समय, कोई भी इतना छोटा सा गाना करने के लिए सहमत नहीं हुआ। तब आखिरकार गुरु दत्त ने कुमकुम पर इस गीत का चित्रण किया। बाद में गुरु दत्त ने अपनी फिल्म प्यासा में भी कुमकुम को छोटा सा किरदार दिया।कुमकुम ने अपने सिने करियर में 100 से भी अधिक फिल्मों में काम किया। कुमकम ने 'मदर इंडिया', 'मिस्टर एक्स इन बॉम्बे', 'सन ऑफ इंडिया', 'कोहिनूर', 'नया दौर', 'बसंत बहार', 'उजाला', 'एक सपेरा, एक लुटेरा', 'राजा और रंक', 'आंखें', 'गंगा की लहरें', 'गीत', 'ललकार', 'एक कंवारा, एक कंवारी', 'जलते बदन', 'किंग कॉन्ग' जैसी कई फिल्मों में अभिनय किया। अभिनेता जगदीप के बेटे नावेद जाफरी ने ट्वीट कर कुमकुम के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने लिखा,“ हमनें एक और मोती खो दिया। मैं बचपन से इन्हें जानता था। वह हमारे लिए परिवार थीं। एक अच्छी इंसान। भगवान आपकी आत्मा को शांति दें, कुमकुम आंटी।” - मानवी मीडिया

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Tuesday, July 28, 2020

बॉलीवुड की कुमकुम नहीं रही, 100 से ज्यादा फिल्मों में दिखाया एक्टिंग का जलवा ************************* मंगलवार 28 जुलाई, 2020 | मुंबई (मानवी मीडिया)-बॉलीवुड अभिनेत्री कुमकुम का मंगलवार को निधन हो गया। वह 86 वर्ष की थीं। कुममुम काफी लंबे समय से बीमार थीं। अभिनेत्री कुमकुम ने मुंबई के बांद्रा स्थित अपने घर पर अंतिम सांस ली। 22 अप्रैल 1934 को बिहार के शेखपुरा में जन्मीं कुमकुम का असली नाम ज़ैबुनिस्सा था। उनके पिता हुसैनाबाद के नवाब थे। कुमकुम ने पहली भोजपुरी फिल्म “गंगा मैया तोहे पियरी चढ़ईबो” (1963) में भी अभिनय किया था। कुमकुम, फिल्मकार गुरुदत्त की खोज मानी जाती हैं। गुरुदत्त को अपनी फिल्म आर-पार (1954) के गाने “कभी आर कभी पार लागा तीरे नजर” का फिल्मांकन अभिनेता जगदीप पर करना था लेकिन बाद में गुरुदत्त को लगा कि इसे किसी महिला पर फिल्माना चाहिए। उस समय, कोई भी इतना छोटा सा गाना करने के लिए सहमत नहीं हुआ। तब आखिरकार गुरु दत्त ने कुमकुम पर इस गीत का चित्रण किया। बाद में गुरु दत्त ने अपनी फिल्म प्यासा में भी कुमकुम को छोटा सा किरदार दिया।कुमकुम ने अपने सिने करियर में 100 से भी अधिक फिल्मों में काम किया। कुमकम ने 'मदर इंडिया', 'मिस्टर एक्स इन बॉम्बे', 'सन ऑफ इंडिया', 'कोहिनूर', 'नया दौर', 'बसंत बहार', 'उजाला', 'एक सपेरा, एक लुटेरा', 'राजा और रंक', 'आंखें', 'गंगा की लहरें', 'गीत', 'ललकार', 'एक कंवारा, एक कंवारी', 'जलते बदन', 'किंग कॉन्ग' जैसी कई फिल्मों में अभिनय किया। अभिनेता जगदीप के बेटे नावेद जाफरी ने ट्वीट कर कुमकुम के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने लिखा,“ हमनें एक और मोती खो दिया। मैं बचपन से इन्हें जानता था। वह हमारे लिए परिवार थीं। एक अच्छी इंसान। भगवान आपकी आत्मा को शांति दें, कुमकुम आंटी।”


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