इंडियन ऑयल, बीपीसीएल और एचपीसीएल के मानवीय निर्णय का स्वागतः केंद्रीय मंत्री धर्मेद्र प्रधान
नई दिल्ली - 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान भी किसी नागरिक को कोई परेशानी न हो इसके लिए सरकारी विभाग अपना काम लगातार कर रहे हैं। इसी कड़ी में देशभर में एलपीजी सिलिंडरों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने वालों डिलिवरी ब्वायस के लिए सरकारी तेल कंपनियों ने पांच लाख रुपये के एक्सग्रेशिया की घोषणा की है। अगर आसान शब्दों में कहा जाये तो डिलिवरी ब्वॉय को अगर कुछ होता है तो पेट्रोलियम कंपनियां पांच लाख रुपये मदद के रूप में देंगी। यह राशि कोरोना वायरस के संक्रमण से जान गंवाने वाले एलपीजी डीलर्स के सभी कर्मचारियों के परिवार को मिलेगी।कंपनियों के इस फैसले का पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने स्वागत किया है। प्रधान ने ट्वीट के माध्यम से कहा, “इंडियन ऑयल, बीपीसीएल और एचपीसीएल द्वारा उठाए गए मानवीय निर्णय का स्वागत करते हैं। हमारे वर्करों का कल्याण सर्वोपरि है, यह करुणामयी कदम हमारे कार्यबल के सुरक्षा जाल को मजबूत करेगा, जिससे भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई का समर्थन होगा।”इस बारे में जानकारी देते हुए पेट्रोलियम मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि सरकारी कंपनियों इंडियन ऑयल, बीपीसीएल और एचपीसीएल ने आज जो फैसला लिया है, उसके दायरे में एलपीजी डीलर के सभी वैसे कर्मचारी शामिल होंगे, जो कि 25 मार्च 2020 को उनके पेरोल पर होंगे। यदि इनमें से कोई व्यक्ति कोरोना वायरस के संक्रमण में आकर जान गंवाता है तो उनके जीवन साथी को पांच लाख रुपये का एक्सग्रेशिया कंपनी की तरफ से दिया जाएगा। यदि किसी कर्मचारी का जीवन साथी नहीं है तो उनके नजदीकी रिश्तेदारों को यह राशि दी जाएगी।