- बिज़नेस मंगलवार 31 मार्च 2020 |नई दिल्ली दुनिया में कोरोना कहर के बीच भारत से फरार बिजनेसमैन विजय माल्या ने केंद्र की मोदी सरकार से गुहार लगाई है। उसका कहना है कि वह सारा पैसा लौटाना चाहता है। लेकिन बैंक और ईडी ही कोई सहयोग नहीं कर रहे हैं। उन्होंने मंगलवार को एक बार फिर कहा कि वह अपनी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस द्वारा उधार ली गई राशि का 100 प्रतिशत बैंकों को वापस करने के लिए तैयार हैं। माल्या ने कहा कि पैसे चुकाने के उनके बार-बार प्रस्ताव के बावजूद बैंक पैसे लेने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैंशराब कारोबारी विजय माल्या ने लिखा, ‘भारत सरकार ने पूरे देश को लॉकडाउन किया है, जो किसी ने सोचा नहीं था। हम इसका सम्मान करते हैं, लेकिन इसकी वजह से मेरी सभी कंपनियों का काम ठप हो गया है। सभी तरह की मैन्युफैक्चरिंग भी बंद है। इसके बावजूद हम अपने कर्मचारियों को घर नहीं भेज रहे हैं और उसकी कीमत चुका रहे हैं। सरकार को हमारी मदद करनी होगी।’माल्या ने ट्वीट कर लिखा, 'मैंने बैंकों को किंगफिशर एयरलाइंस द्वारा उधार ली गई राशि का 100 प्रतिशत भुगतान करने के लिए बार-बार प्रस्ताव दिए हैं। न तो बैंक पैसे लेने को तैयार हैं और न ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मेरे अटैचमेंट को रिलीज करने के लिए तैयार हैं, जो उन्होंने बैंकों के इशारे पर अटैच की थी। मुझे आशा है कि संकट के इस समय पर वित्त मंत्री मेरी बात सुनेंगी।'आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है कि विजय माल्या ने ट्विटर के जरिए इस तरह पैसा वापस देने की पेशकश की हो। इसके पहले भी वह ऐसे ऑफर दे चुका है, हालांकि खुद भारत आने को तैयार नहीं हैं और पिछले करीब चार साल से लंदन में ही हैं।गौरतलब है कि विजय माल्या 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाने में विफल रहने पर दो मार्च 2016 को भारत से पलायन कर गया था। उसने अब परिचालन से बाहर हो चुकी अपनी किंगफिशर एयरलाइंस के लिए यह कर्ज लिया था। माल्या पर लंदन की अदालत में केस चल रहा है और वह अभी वहां पर जमानत पर है।
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Tuesday, March 31, 2020
पूरा पैसा लौटाना चाहते हैं विजय माल्या, ट्वीट में लिखा-सरकार करे हमारी मदद
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