- बिज़नेस शुक्रवार 28 फरवरी, 2020 |नई दिल्ली अर्थव्यवस्था की गति तेज करने के लिए मोदी सरकार ने जो कदम उठाए उसके सकारात्मक परिणाम आने शुरू हो गए हैं। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में जीडीपी विकास दर बढक़र 4.7 प्रतिशत रही है। इससे पहले, तीसरी तिमाही में जीडीपी विकास दर महज 4.5 प्रतिशत रही थी, जो साढ़े छह सालों का निचला स्तर था। वर्तमान वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट गिरकर 4.5 प्रतिशत पर आ गई थी। इस बीच, कोर इंडस्ट्री के आंकड़ों में मामूली सुधार हुआ है। ताजा आंकड़े बताते हैं कि जनवरी में देश की आठ कोर इंडस्ट्री का ग्रोथ 2.2 फीसदी पर था, जो दिसंबर में 2.1 फीसदी रहा था। आठ कोर इंडस्ट्री में कोयला, कच्चा तेल, नेचुरल गैस, रिफाइनरी उत्पाद, फर्टिलाइजर्स, स्टील, सीमेंट तथा इलेक्ट्रिसिटी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि 26 तिमाहियों यानी साढ़े 6 साल में यह भारतीय अर्थव्यवस्था की सबसे धीमी विकास दर है। एक साल पहले यह 7 प्रतिशत थी, जबकि पिछली तिमाही में यह 5 प्रतिशत थी। जीडीपी विकास दर कम होने से मोदी सरकार पर विपक्ष ने भी जमकर हमले किए थे।
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Friday, February 28, 2020
मोदी सरकार को राहत, अर्थव्यवस्था की रफ्तार बढ़ी-जीडीपी विकास दर हुई 4.7 प्रतिशत
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