नई दिल्ली निर्भया दुष्कर्म और हत्याकांड के एक दोषी पवन ने फांसी पर लटकाए जाने के एक दिन पहले शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में अपनी सजा की समीक्षा करने के लिए एक याचिका दायर की। पवन गुप्ता ने नाबालिग होने के अपने दावे को खारिज करने के आदेश पर पुनर्विचार का अनुरोध किया है। आपको बता दें कि दिल्ली की निचली अदालत द्वारा जारी नए डेथ वारंट के मुताबिक, निर्भया रेप केस के सभी दोषियों को एक फरवरी को सुबह छह बजे फांसी दी जानी है।सुप्रीम कोर्ट ने निर्भया के दोषी पवन की याचिका को 20 जनवरी को खारिज कर दिया था, जिसमें उसने दावा किया था कि घटना के वक्त वह नाबालिग था। याचिका में दोषी मुकेश ने नाबालिग होने के दावे को हाईकोर्ट द्वारा खारिज किए जाने के फैसले को चुनौती दी थी। वहीं शुक्रवार को दिल्ली की एक अदालत ने तिहाड़ जेल प्रशासन को नोटिस जारी कर निर्भया सामूहिक दुष्कर्म व हत्या मामले में दोषियों की याचिका पर शुक्रवार को जवाब देने को कहा। इस याचिका में 1 फरवरी को तय उनकी फांसी पर रोक की मांग की गई है
12:14 pm शुक्रवार 31 जनवरी, 2020