पाकिस्तान तालिबान के कमांडर कारी सैफुल्ला महसूद की अफगानिस्तान में गोली मारकर हत्या - मानवी मीडिया

निष्पक्ष एवं निर्भीक

.

Breaking

Post Top Ad

Post Top Ad

Monday, December 30, 2019

पाकिस्तान तालिबान के कमांडर कारी सैफुल्ला महसूद की अफगानिस्तान में गोली मारकर हत्या




  • मुख्य समाचार

  • अंतर्राष्ट्रीय 11:27 am सोमवार 30 दिसंबर, 2019 इस्लामाबाद अफगानिस्तान में बंदूकधारियों ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के कमांडर कारी सैफुल्ला महसूद की गोली मारकर हत्या कर दी है। टीटीपी ने अपने कमांडर के मारे जाने की पुष्टि की है। बताया गया है कि यह हमला हक्कानी नेटवर्क द्वारा किया गया था। क्योंकि उन्होंने कुछ दिन पहले इलाके में टीटीपी के हकीमुल्ला महसूद ग्रुप से जुड़े तीन आतंकवादियों को मार गिराया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आतंकी संगठन टीटीपी के प्रवक्ता ने एक ऑडियो संदेश में कहा कि सैफुल्ला खोस्त प्रांत में गुलून शिविर के बाहर मारा गया है। प्रवक्ता ने दावा किया कि यह हमला हक्कानी नेटवर्क द्वारा किया गया था, क्योंकि उन्होंने कुछ दिन पहले इलाके में टीटीपी के हकीमुल्ला महसूद समूह से जुड़े तीन आतंकवादियों को मार गिराया था।टीटीपी की स्थापना 2007 में बैतुल्ला महसूद द्वारा की गई थी और वर्तमान में इसे चार गुटों में विभाजित किया गया है जिनमें स्वात समूह, मेहसूद समूह, बाजौर एजेंसी समूह और दर्रा आदम खेल समूह शामिल हैं। पाकिस्तान में हुई कई हमलों में आतंकी सैफुल्ला महसूद का हाथ रहा है, इसलिए वह पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा वांछित आतंकवादियों की सूची में भी शामिल था। एक ऑडियो संदेश में, महसूद ने दावा किया था कि उसके समूह ने इस साल 75 आतंकी हमले किए, जिनमें ज्यादातर खैबर पख्तूनख्वा के उत्तर और दक्षिण वजीरिस्तान जिलों में स्थानीय बुजुर्गों को निशाना बनाते हुए किया गया था। हालांकि पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा इस दावे का सत्यापन और पुष्टि नहीं की गई।विश्लेषकों ने कहा कि महसूद की मृत्यु टीटीपी के लिए एक बड़ा झटका है क्योंकि वह चारों गुटों को एकजुट करने का प्रयास कर रहा था। पेशावर के एक वरिष्ठ पत्रकार साबूर खट्टक ने कहा कि टीटीपी पहले ही कई समूहों में विभाजित हो चुका है और मेहसूद उन्हें सक्रिय करने की कोशिश कर रहा था। दूसरा, वह सबसे सक्रिय आतंकवादी था और पाकिस्तान द्वारा कई आतंकवादी हमलों के लिए वांछित था। खट्टक ने बताया कि मेहसूद ने कराची में 2015 में हुए भयानक बस हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस हमले में 45 लोग मारे गए थे। उन्होंने बताया कि 2016 में, टीटीपी कमांडर को अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना द्वारा गिरफ्तार किया गया था और उसे 14 महीने तक जेल में रखा गया था। हालांकि, बाद में उसे छोड़ दिया गया।




Post Top Ad