- राष्ट्रीय 09:50 am सोमवार 30 दिसंबर, 2019 नई दिल्ली ऑस्टि्रया में 15 लाख रुपये प्रतिमाह की दर से किराये पर घर लेने वाली भारत की राजदूत रेनू पाल को विदेश मंत्रालय ने वापस बुला लिया है। उन पर वित्तीय अनियमितता और सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप है।1988 बैच की भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी पाल ऑस्टि्रया में अगले ही महीने अपना कार्यकाल पूरा करने जा रही थीं। विदेश मंत्रालय व केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) की तरफ से की गई जांच में पाया गया कि उन्होंने बिना मंत्रालय की अनुमति के सरकारी आवास के मद में करोड़ों रुपये खर्च किए।आधिकारिक सूत्रों की ओर से बताया गया है कि 'राजनयिक वैट रिफंड्स और विभिन्न प्रकार की सरकारी मंजूरी' के नाम पर धोखा दे रही थीं। चीफ विजिलेंस ऑफिसर की अगुवाई वाली टीम सितंबर माह में विएना गइ थी और टीम ने जांच की प्रक्रिया को अंजाम दिया था। सीवीसी को जो रिपोर्ट दी गई है उसमें टीम की तरफ से प्रथम दृष्टया वित्तीय अनियमितताओं की पुष्टि की गई है। इसके अलावा फंड का गलत प्रयोग और नियमों का उल्लंघन भी पाया गया है। नौ दिसंबर को मंत्रालय ने रेनू पालन को हेडक्वार्ट्स पर ट्रांसफर कर दिया था। साथ ही उनसे एक राजदूत की सभी शक्तियां भी वापस ले ली गई थीं। पाल, रविवार शाम विएना से लौट आई हैं।