सिद्धार्थ ने लिखा कि जिन लोगों ने मुझ पर विश्वास किया उन्हें निराश करने के लिए मैं माफी चाहता हूं। मैं लंबे समय से लड़ रहा था लेकिन आज मैं हार मानता हूं क्योंकि मैं एक प्राइवेट इक्विटी लेंडर पार्टनर का दबाव नहीं झेल पा रहा हूं, जो मुझे शेयर वापस खरीदने के लिए विवश कर रहा है। इसका आधा लेनदेन मैं छह महीने पहले एक दोस्त से बड़ी रकम उधार लेने के बाद पूरा कर चुका हूं। उन्होंने कहा है कि दूसरे लेंडर भी दबाव बना रहे थे जिस कारण वह हालात के सामने झुक गए हैं। सर्च ऑपरेशन जारी. सिद्धार्थ की तलाश में पुलिस बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चला रही है लेकिन अभी तक उनकी कोई खबर नहीं मिल पाई है। बताया जा रहा है कि अभी उनका फोन भी स्विच ऑफ आ रहा है। पूरा परिवार उनके लापता होने से सदमे में है। मंगलूरू के पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल ने बताया कि' तलाश में स्थानीय मछुआरों की मदद ली जा रही है। हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्होंने किस-किससे फोन पर बात की थी।
जुलाई 30, 2019
लखनऊ कैफे कॉफी डे (सीसीडी) ब्रांड नाम से कॉफी रेस्तरां चलाने वाली कंपनी के संस्थापक और चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक वी. जी. सिद्धार्थ सोमवार की शाम से लापता हैं। सिद्धार्थ, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस. एम. कृष्णा के दामाद हैं। पुलिस के मुताबिक वह सक्लेश्पुर जा रहे थे लेकिन अचानक उन्होंने अपने चालक से मंगलुरु चलने को कहा। दक्षिण कन्नड़ जिले के कोटेपुरा इलाके में नेत्रवती नदी पर बने पुल के पास वह कार से उतर गए और उन्होंने चालक से कहा कि वह टहलने जा रहे हैं। उसके बाद उनका पता नहीं चला। सिद्धार्थ के लापता होने के बाद ही एक बड़ा खुलासा हुआ। सिद्धार्थ ने कैफे कॉफी डे के कर्मचारियों और निदेशक मंडल को पत्र लिखा था। पत्र में उन्होंने कहा था कि हर वित्तीय लेनदेन मेरी जिम्मेदारी है, कानून को मुझे और केवल मुझे जवाबदेह रखना चाहिए।