लखनऊ (उत्तर प्रदेश) मंगलवार 30 जुलाई 2019 खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की अपर मुख्य सचिव डा0 अनिता भटनागर जैन ने निर्देश दिए हैं कि हानिकारक केमिकल्स युक्त रंगों की सब्जियां बेचने वालो के विरुद्ध 31 जुलाई से 07 अगस्त, 2019 तक विशेष अभियान चला करदोषियों के खिलाफ कठोरतापूर्वक कार्यवाही की जाये क्या है आम जनमानस को सुरक्षित एवं बिना केमिकल्स युक्त रंगी सब्जियाँ उपलब्ध कराने के लिए 31 जुलाई से 07 अगस्त, 2019 तक विशेष अभियान चलाया जायेगा- डा0 अनिता भटनागर जैन (अपर मुख्य सचिव, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग उत्तर प्रदेश) खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग, सुरक्षा अधिकारियों का दल गठित कर विशेष अभियान चलाकर प्रभावी कार्यवाही की जाएगी मौसम के दृष्टिगत उपभोग की जाने वाली सब्जियों में अत्यधिक कीटनाशकों व खनिज तेलों के प्रयोग से उन्हें चमकाने एवं कृत्रिम रूप से रंगे जाने की सम्भावना बढ़ जाती है। इसमें कुछ प्रकरणों में हैवी मेटल तथा पेस्टीसाइड होने की भी सम्भावना होती है। अतः इसकी रोकथाम के दृष्टिगत डा0 अनिता भटनागर , अपर मुख्य सचिव, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग, के निर्देशानुसार दिनाक 31.07.2019 से दिनांक 07.08.2019 तक प्रदेश के समस्त जनपदों में विशेष अभियान चलाये जाने का निर्णय लिया गया है। उक्त अभियान के अन्तर्गत आँफ सीजन की सब्जियों विशेषकर धनिया, मेथी, पालक, पत्तागोभी, परवल, ब्रोकली, हरी मटर, करेला, तोरई एवं बैगन तथा अन्य पत्तेदार सब्जियों को कृत्रिम रूप से रंगे जाने की रोकथाम हेतु मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों का दल गठित कर दिनंाक 31.07.2019 से विशेष अभियान चलाकर प्रभावी प्रवर्तन कार्यवाही कराते हुये कृत कार्यवाही की सूचना निर्धारित प्रारूप पर प्रतिदिन सांय 05ः00 बजे तक मण्डलीय कार्यालय में संकलित की जायेगी व तत्पश्चात् उक्त दिनांक को ही शासन को उपलब्ध करायी जायेगी। प्रतिदिन लिये गये सैम्पलों को गुप्त रूप से आवंटित कर प्रदेश की 6 प्रयोगशालाओं (मेरठ, आगरा, वाराणसी, झांसी, गोरखपुर, लखनऊ) में विश्लेषित किया जायेगा। उक्त कार्यवाही के अन्तर्गत सैम्पलों के प्रयोगशालाओं के द्वारा विश्लेषण के उपरान्त अग्रिम कार्यवाही की जायेगी जो सैम्पल असुरक्षित पाये जायेंगे उनके सम्बन्ध में खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम की धारा 59 (1) अन्तर्गत कार्यवाही की जायेगी, जिसमें कारावास व जुर्माने की सजा का प्राविधान है। सब्जियों में हरे रंग हेतु जो Malachite केमिकल प्रयोग किया जाता है उससे थायराइड, किडनी तथा पाचनतंत्र सम्बन्धी कई बीमारियों की सम्भावना हो सकती है। इसके अतिरिक्त इन्हें चमकदार बनाने में जो मिनरल आॅयल प्रयोग किया जाता है वह भी पूर्णतया असुरक्षित होता है जिससे पाचनतंत्र सम्बन्धी अनेक बीमारियों के होने की आशंका बलवती होती है। हरी सब्जियों में जो कृत्रिम Malachite green chemical पाया जाता है उसे जन-सामान्य के द्वारा भी टेस्ट किया जा सकता है। रूई को पानी अथवा खाद्य तेल में भिगोकर यदि हरी मिर्च के बाहरी हिस्से को रगडा़ जाये तो यदि उसमें हरा रंग है तो वह रूई में दिखायी पड़ता है। इसी प्रकार रंगी हुयी हरी मटर को गीले ब्लाटिंग पेपर पर रखने पर उक्त कृत्रिम रंग दिखायी पड़ता है। हरी मटर को शीशे के ग्लास में पानी में भरकर आधा घण्टे रख देने पर उक्त रंग की पहचान की जा सकती है। परवल के डंढल वाले बिन्दु पर ध्यान से देखने पर जमा रंग स्पष्ट दिखायीदेता है।
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Wednesday, July 31, 2019
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लखनऊ (उत्तर प्रदेश) खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की अपर मुख्य सचिव डा0 अनिता भटनागर जैन ने निर्देश दिए
लखनऊ (उत्तर प्रदेश) खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की अपर मुख्य सचिव डा0 अनिता भटनागर जैन ने निर्देश दिए
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