मंगलवार 30, जुलाई 2019राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग यानी नेशनल मेडिकल कमीशन विधेयक 2019 (National Medical Commission Bill, एनएमसी बिल) लोकसभा से पास होने के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association, IMA) ने इसका विरोध किया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने लोकसभा में राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग विधेयक-2019 के विरोध में कल यानी बुधवार को सुबह 6.00 बजे से 24 घंटे तक पूरे देश में गैर-जरूरी सेवाओं को बाधित रखने का आह्वान किया है।
दिल्ली स्थित आईएमए मुख्यालय ने देश भर के डॉक्टरों से बुधवार 31 जुलाई को 24 घंटे तक सेवाएं ठप रखने की अपील की है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने डॉक्टरों से कहा है कि वे बुधवार सुबह छह बजे से अगले दिन एक अगस्त की सुबह छह बजे तक गैर-जरूरी सेवाओं को जारी नहीं रखें। हालांकि, आपातकालीन, कैजुअल्टी, आईसीयू और संबंधित सेवाएं सामान्य रूप से काम करती रहेंगी। IMA ने कहा है किनेशनल मेडिकल कमीशन बिल-2019 के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी। राज्य और स्थानीय शाखाओं के डॉक्टर कल सार्वजनिक प्रदर्शन और भूख हड़ताल का आयोजन करेंगे।
बता दें कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग विधेयक-2019 से देश में मेडिकल शिक्षा को नियंत्रित किया जा सकेगा। आईएमए जालंधर के प्रधान डॉ. हरीश भारद्वाज के मुताबिक, एनएमसी बिल लागू होने से मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सा शिक्षा मंहगी हो जाएगी। इस बिल के तहत मैनेजमेंट 50 फीसद सीटों को उच्चतम दरों पर बेचने की अनुमति देगा। आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सांतनु सेन ने कहा कि यदि नीम हकीमी को वैध करने वाली धारा-32 को जोड़ने से लोगों की जान खतरे में पड़ेगी।