उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद गुस्साए प्रतियोगी छात्र सड़क पर उतर आए हैं।
प्रतियोगी भीषण गर्मी में आयोग के सामने धरने पर बैठ गए हैं। आयोग की कार्यशैली के विरोध में छात्र संगठगन प्रदर्शन कर रहे हैं। हजारों प्रतियोगी नौकरी लौटाने की तख्तियां लहराते हुए विरोध कर रहे हैं।
ऐसे में प्रयागराज लखनऊ राजमार्ग जाम होने की खबर है। पुलिस ने छात्रों को हटाने की कोशिश की। बात नहीं बनने पर पुलिस ने आयोग के सामने प्रदर्शन कर रहे छात्रों को लाठीचार्ज करके खदेड़ दिया। वहीं छात्रों ने पुलिस पर पत्थराव कर दिया।
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामला सामने आने के बाद प्रतियोगी छात्र भड़के हुए हैं। बृहस्पतिवार को छात्रों ने कई जगह प्रदर्शन किया और आयोग एवं प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन पर इकट्ठा छात्रों ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की।
हालांकि सीबीआई पहले से ही अप्रैल 2012 से मार्च 2017 के बीच हुई यूपीपीएससी की परीक्षाओं जांच कर रही है लेकिन, अभ्यर्थियों की मांग है कि अब पिछले दो साल में हुई भर्ती परीक्षाओं की भी सीबीआई जांच कराई जाए। छात्रसंघ भवन पर छात्रों ने प्रदेश के कार्मिक मंत्री के पुतले की शवयात्रा निकाली। छात्रों ने यह भी कहा कि परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार सिर्फ एक मोहरा हैं।
आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार में सरकार में उच्च पदों पर बैठे अधिकारी भी लिप्त है। जांच कराकर उउनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। बैठक में छात्रसंघा अध्यक्ष उदय प्रकाश यादव समेत दुर्गेश सिंह, विवेका नंद पाठक, अहमद इलियास, आनंद सिंह सेंगर, सुनील मौर्या, अजय यादव, जितेंद्र धनराज आदि मौजूद रहे।
प्रदर्शन के दौरान लोक सेवा आयोग के गेट पर वॉल पेंटिंग में चिलम सेवा आयोग लिखते हुए तीन समाजवादी कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए। इनमें राजेश यादव, संदीप यादव और उनका एक साथी शामिल हैं।